एक पल के लिए बनाने वाला भी रोया होगा,
किसी का अरमान जब यूँ मौत की नींद सोया होगा।
हाँथों की मेहँदी छूटी भी नहीं कि चूड़ियाँ तोड़नी पड़ी,
कौन है जो ये लम्हा देखकर न रोया होगा।
बे-क़रारी शोर मचा सकती है
आसमाँ सर पे उठा सकती है
रू-ब-रू हो मौत से इक बार तू Read more
जिंदगी एक, और मौत हज़ार मिली,
हमें गम-ए-फ़िज़ा, तुम्हें बहार मिली,
मैने वफ़ा के नाम पे, लुटाया आशियाँ, Read more
ये मौत क्या दफन करेंगी हमारी सांसों को…
जब हमारी सांसों पर हमारा अधिकार ही न रहा…
हम बस कहते रहे कि हमें मुहब्बत नहीं उनसे…
और न जाने कब हमारे दिल पर हमारा इख्तीहार ही न रहा…
आईने के पीछे रहकर हासिल न कुछ तुम्हे होगा,
सामने आओ आईने के हकीक़त से सामना होग।
मौत से जितना डरोगे उतना ही डराएगी, Read more
आँख के आंसू सूख चले हैं,
होठों की मुस्कान है खो चली,
अब तो तेरी याद में, Read more
लिखना चाहा ख़त तुझे एक शाम,
क़लम हाथ में और बगल में जाम,
सोचा था शिक़ायत लिखूंगा, शिक़वे करूंगा, Read more
ये जिंदगी इक बार क्या दस बार चल के आये
तू आये बहार आये चमनज़ार चल के आये
छोड़े ना तेरा साथ जो आ जाये मौत भी Read more
पूरे का पूरा आकाश घुमा कर बाज़ी देखी मैने,
पूरे का पूरा आकाश घुमा कर बाज़ी देखी मैने
काले घर में सूरज चलके, तुमने शायद सोचा था Read more
जो चल सको तो कोई ऐसी चाल चल जाना
मुझे गुमाँ भी ना हो और तुम बदल जाना
ये शोलगी हो बदन की तो क्या किया जाये Read more
सबको रुसवा बारी-बारी किया करो
हर मौसम में फ़त्वे जारी किया करो
रातों का नींदों से रिश्ता Read more
राह में ख़तरे भी हैं लेकिन ठहरता कौन है
मौत कल आती है आज आ जाए डरता कौन है
सब ही अपनी तेजगामी Read more